Short Hindi Moral Stories With Pictures PDF | वफादार टॉमी (जैक)
Short Hindi Moral Stories With Pictures PDF | वफादार टॉमी (जैक) प्यारे बच्चो हम सबने बहुत सी कहानिया पढ़ी होंगी और सुनी होंगी। और बच्चो के लिए हिन्दी मोरल स्टोरी Short Hindi Moral Stories की तो बात ही अलग है उन कहानियों में ज्ञान के साथ साथ आनंद भी प्राप्त होता है। और हम इसी विषय पर कहानिया लिखते है। और आज की कहानी जो कि एक टॉमी की है। इस कहानी को पढिये और जैक के बारे में जानिए और कहानी का आनंद उठाइये। और हा आगे आपको को सी कहानी सुननी है कंमेंट बॉक्स में कमेंट करके हमे जरूर बातये। तो। चलिए कहानी पढ़ते है।
Short Hindi Moral Stories With Pictures PDF | वफादार टॉमी (जैक)
मुबारकपुर नाम का एक छोटा सा कस्बा था जहां एक पंडित जी और उनकी पत्नी और उनकी एक बेटी और एक बेटा रहेते थे । बेटे का नाम यश और बेटी का नाम याशी था । पंडित जी रोज कथा सुनते और जो दान दक्चिन्ना मिलता उसी से उनका रोज कि जीविका चलती थी। पंडित जी बहुत ईमानदार और दयालु थे।
पंडित जी के घर के आस पास के लोग काफी धनी थे। इसलिए पण्डित जी के बच्चों के साथ कोई नही खेलते थे पंडित जी के बच्चे दूर से ही देखते रहते थे अमीर बच्चों को खेलते हुए ।एक दिन पंडित कथा सुनाकर घर वापस आ रहे थे तभी उन्हें एक छोटा सा कुत्ते का बच्चा मिला काफी भूखा लग रहा था तो पंडित जी को जो प्रसाद मिला था पंडित जी छोटे डॉगी को खिला दिया।
You are reading: Short Hindi Moral Stories With Pictures PDF | वफादार टॉमी (जैक)
और अपने घर की ओर चल दिए कुत्ते का बच्चा भी पंडित जी के पीछे पीछे चल दिया जब पंडित जी घर पहुंचे तो जैसे दरवाजा खोला पीछे से कुते का बच्चा भी अंदर आ गया। पण्डित जी की पत्नि ने बच्चो से कुत्ते के बच्चे को बाहर छोड़ आने को कहा पंडित जी के बच्चो को वह छोटा सा डॉगी बहुत प्यारा लगा ।
Also Read: Hindi Kids Story: आलसी गधे और लाला जी की कहनी | हिंदी स्टोरी फॉर किड्स
लेकिन अपने मां के सामने यश और याशी कुछ नही बोल सके क्योंकि पंडित जी की पत्नि को कुत्ते पसंद नहीं थे। बच्चे कुत्ते को बाहर छोड़ देते हैं लेकिन वह फिर आ जाता है यह देखकर बच्चे अपनी मां से विनती करते है की डॉगी के बच्चे को आने दे । बच्चों के बहुत मनाने पर उनकी मां मान जाती है लेकिन उनकी एक शर्त होती है की डॉगी घर में न आने दे गेट के पास ही रखे उनके घर के बाहर छोटा सा खाली जगह था और छोटा सा लकड़ी का गेट लगा था।
You are reading: Short Hindi Moral Stories With Pictures PDF | वफादार टॉमी (जैक)
पंडित जी के बच्चों डॉगी को घर के गेट के पास छोटा सा डॉगी के लिए घर बना देता हैं।और उसी में खाने के लिए देते है। यश और याशी ने डॉगी का नाम जैक रख दिया। डॉगी बहुत समझदार था। बातें अच्छे से समझता था यश और याशी के साथ खूब खेलता तीनों की अच्छी दोस्ती हो गई थी और जैसे बोलते वैसा करता था। धीरे धीरे जैक बड़ा हो गया।
Also Read:: Best Moral Stories In Hindi 2021 With PDF | The Farmer Story
शाम हो जाने पर जैक अपने घर के अंदर खाने का इन्तजार करता पंडित जब घर आ जाते और खाने लगते तो जैक के लिए भी खाना बेजवाते थे। एक दिन पंडित जी के पूरे परिवार को दावत मिली तो सभी को दावत जाना था जैक को दावत तो ले नही जा सकते थे।
You are reading: Short Hindi Moral Stories With Pictures PDF | वफादार टॉमी (जैक)
तो इसलिए यश और याशी ने जैक को घर की रखवाली करने को बोलते हैं। हम जल्दी ही घर वापस आ जाएंगे जैक तुम घर का ध्यान रखना जैक सर हिलाता है। और उसके बाद पंडित जी का परिवार दावत निकल जाते हैं गेट में ताला लगाकर सब दावत चले जाते हैं। गेट में ताला देखकर कुछ चोर घर के अंदर घुस जाते हैं।
Also Read: Moral Story In Hindi Kids PDF 2021: मेमने और शेर की कहानी । Lamb and The Lion ।
जैक देखता है की कुछ लोग घर के अंदर गए तो वह घर के दरवाजे के पास जाकर खड़ा हो जाता है जैक को देखकर चोर डर जाते है और भागने कि कोशिश करते हैं। लेकिन जैक एक भी चोर को घर के बाहर नहीं जाने देता और चोर भागने की कोशिश करते तो जैक की एक बार भूकने पर चोर डर के मारे एक कोने जाकर बैठ जाते
You are reading: Short Hindi Moral Stories With Pictures PDF | वफादार टॉमी (जैक)
पंडित जी का परिवार भी दावत खाकर वापस घर के पास पहुंचे तो गेट का ताला टूटा था यह देखकर सब घबरा जाते हैं लेकिन गेट के अंदर आते हैं। तो जैक दावरजे के पास बैठा था पंडित जी की पत्नी को कुछ समझ नहीं आता दरवाजे के पास जैक को देखकर भड़क जाती है।
Also Read: Top 4 Moral Stories In Hindi For Kids PDF | मोरल स्टोरी इन हिंदी |
और बोलती है की मैंने कहा था न कि इसे मेरे दरवाजे के पास मत आने देना एक दिन मैं घर से बाहर क्या गई ये तो दरवाजे के पास ही आ कर बैठ गया। और दरवाजा क्यों खुला है पंडित शांत होने को बोलते हैं पंडित समझ जाते हैं कुछ गड़बड़ है और अपनी पत्नी को बोलते है शांत हो जाओ पहले घर के अंदर तो चलो फिर जो बोलना है। बोलना
You are reading: Short Hindi Moral Stories With Pictures PDF | वफादार टॉमी (जैक)
चारो घर के अंदर जाते हैं तो सारा सामान बिखरा हुआ था और चोर को देखते हैं तो पंडित जी अपनी पत्नी से बोलते हैं अब समझ आया तुम्हे जैक यहां क्यूं बैठा है। मैं तो पहले ही समझ गया था। चारो मिलकर चोर की खूब पिटाई करते हैं और चोरो को पुलिस के हवाले कर देते हैं। पंडिताइन अपने इस बर्ताव से बहुत शर्मिन्दा थी और जैक से नफरत करना छोड़ दिया।
Also Read: Moral Stories In Hindi PDF 2021: कृष्णा और तृष्णा दो जुड़वाँ बहनो की कहानी
पांचों मिलकर घर का सारा सामान सेट करते हैं जैक भी मदद कर रहा था अब पंडित जी की पत्नी खुद रोज जैक खाना खिलाती वो भी सबके साथ अब पण्डित जी पत्नी जैक को भी अपने बच्चे की तरह प्यार करती थी । और पांचों मिलकर प्यार से रहने लगते हैं।
Download वफादार टॉमी (जैक) Short Hindi Moral Stories PDF
इस कहनी (Moral of the story) से हमें यही शिक्षा मिलती है कि जानवरों से भी प्यार से रहे अगर आप उनके साथ अच्छा व्यवहार करेंगे तो वो भी आपको आपके जैसा ही प्यार देंगें। और हमेशा आपके वफादार रहेंगें।
Post a Comment